कलियुग कितना बाकि है mantukumarbali2004, September 22, 2023 कलयुग में कैसा होगा इस युगो का अंत पुरा रहस जानें धर्म ग्रंथों के अनुसार कलयुग को लेकर तमाम तरह की बातें होती रहती हैं, ऐसे में इसे लेकर हर कोई चिंतित ही दिखाई पड़ता है, कि आने वाला समय कैसा होगा? ऐसे में आज हम आपको कलयुग से जुडी उन खास रोचक बातो को बताएंगे जो अनेक धर्म ग्रंथों में लिखी है। अभी द्वापरयुग के समाप्ति के बाद कुल 5000 बर्ष बीत चूकी हैं द्वापरयुग के समाप्ति के बाद कुल 5000 बर्ष बीते हैं । ब्रह्मवैवर्त पुराणों में कलयुग के बारे में बहुत कुछ बताया गया है, और अभी कलयुग ही चल रहा है, और अधर्म फैलना शुरू हो गया है, ऐसे में अब इंसानो ने एक दूसरे पर भरोसा करना बंद कर दिया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार कलियुग में ऐसा समय भी आएगा जब इंसान की उम्र बहुत कम रह जाएगी, युवावस्था समाप्त हो जाएगी। आने वाले समय में मात्र 20 वर्ष की उम्र ही हो जायेगा / ग्रंथों में इस सृष्टि के आरंभ से अंत तक के काल को चार युग का वर्णन किया गया है यानी सतयुग, द्वापरयुग त्रेतायुग और कलियुग में बांटा गया है। कलयुग के अंत समय को लेकर ही अनेक धर्म ग्रंथों में कई रोचक बातें लिखी हैं, आइए हम जानते हैं इस कलियुग से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों को … ज्योतिष ग्रन्थ सूर्य सिद्धांत में बताया गया है की कलयुग 4,32,000 वर्ष तक ही रहेगा। वहीं देवताओं के इन दिव्य वर्षों के आधार पर चार युगों की मानव सौर वर्षों में अवधि इस तरह है – सतयुग 4800 (दिव्य वर्ष) 17,28,000 (सौर वर्ष) द्वापरयुग 2400 (दिव्य वर्ष) 8,64,000 (सौर वर्ष) त्रेतायुग 3600 (दिव्य वर्ष) 12,96,100 (सौर वर्ष) कलियुग 1200 (दिव्य वर्ष) 4,32,000 (सौर वर्ष कलियुग में 12 वर्ष की आयु में ही लोगों के बाल पक जाएंगे और वे 20 वर्ष की आयु में ही वृद्ध हो जाएंगे। पुराने समय में लंबी उम्र के बाद ही बाल सफेद होते थे,लेकिन आज के समय में युवा अवस्था में ही स्त्री और पुरुष दोनों के बाल सफेद हो जाते हैं। जवानी के दिनों में बुढ़ापे के रोग होने लगते हैं। और युवावस्था समाप्त हो जाएगी। यह बात सच भी प्रतीत होती है, क्योंकि प्राचीन काल में इंसानों की औसत आयु करीब 100 वर्ष रहती थी। उस काल में 100 वर्ष से कहीं अधिक जीने वाले व्यक्ति भी हुआ करते थे, लेकिन आज के समय में इंसानों की औसत आयु घट कर बहुत कम (60-70 वर्ष) हो गई है। भविष्य में भी इंसानों की औसत आयु कम होते जाये गी मात्र 15 से 20 वर्ष की आयु हो जाये गा /क्योंकि प्राकृतिक का वातावरण लगातार बिगड़ते जा रहा है और हमारी दिनचर्या असंतुलित हो गई है। पुरुषो होंगे स्त्रियों के अधीन- भगवान नारायण ने स्वयं नारद मुनि जी को बताया है कि कलियुग में एक ऐसा समय आएगा जब सभी पुरुषो स्त्रियों के अधीन होकर जीवन व्यतीत करेंगे। हर घर में पत्नी ही पति पर राज करेगी। पतियों को डाट-डपट सुनना पड़ेगी,पुरुषों की हालत नौकरों के समान हो जाएगी। और स्त्रियों इजत लाज लिहाज कुछ भी नहीं रह जायेगा/ गंगा भी लौट जाएगी वैकुंठ धाम ! कलियुग के पांच हजार साल बाद गंगा नदी भी सूख जाएगी और वे पुन: वैकुण्ठ धाम लौट जाएगी। और जब कलियुग के दस हजार (10000) वर्ष हो जाएंगे तब सभी देवी-देवता पृथ्वी छोड़कर पुनः अपने धाम लौट जाएंगे। इंसान पूजन कर्म, और सभी धार्मिक काम को करना बंद कर देंगे। अन्न और फल भी पृथ्वी पर नहीं होंगे! एक समय ऐसा आएगा, जब जमीन से अन्न उपजना बंद हो जाएगा। पेड़ों पर फल फूल नहीं लगेंगे। और धीरे-धीरे ये सारी चीजें विलुप्त हो जाएंगी। और गाय भैंस बकरियों एवं भेड़ के समान हो जाएगे और गाय भैंस दूध देना बंद कर देगी। समाज हिसंक हो जाएगा- कलियुग में समाज हिंसक हो जाएगा। जो लोग बलवान होंगे उनका ही राज पाठ चलेगा। मानवता नष्ट हो जाएगी। रिश्ते खत्म हो जाएंगे। एक भाई दूसरे भाई का ही शत्रु हो जाएगा। लोग झुठे कसमे खाएगे और उसे तोड़ देगे और बहुत लड़ाई झाड़ा होंगे भाई –भाई में एक दुसरे के शत्रु हो जाये गे । स्त्री और पुरुष, दोनों हो जाएंगे अधर्मी ! कलयुग में ऐसा समय आएगा जब स्त्री और पुरुष दोनों ही अधर्मी हो जाएंगी। स्त्रियां पतिव्रत धर्म का नियम कोई पालन नहीं करे गा पुरुषों और स्त्री का कोई इजत नहीं रह जायेगा पुरुष और स्त्री दोनों ही अधर्मी हो जाएगा । स्त्री और पुरुषों से संबंधित सभी वैदिक नियम विलुप्त हो जाएंगे। कलियुग में चोर और अपराधियों की संख्या बहुत अधिक हो जाएगा कलयुग में चोर और अपराधियों की संख्या बहुत अधिक बढ़ जाएगी और कलियुग में आम इंसान ठीक प्रकार से जीवित भी नहीं रह पाएगा। लोग एक- दूसरे के प्रति हिंसक हो जाएंगे और सभी के मन में पाप ही पाप प्रवेश कर जाएगा। कल्कि अवतार करेगा – अधर्मियों का विनाश ! कलियुग के अंतिम काल में भगवान विष्णु का कल्कि अवतार होगा। यह अवतार विष्णुयशा नामक ब्राह्मण के घर में जन्म लेगा। भगवान कलियुग में कल्कि सभी अधर्मियों का नाश करेंगे। भगवान कल्कि केवल मात्र तीन दिनों में पृथ्वी से समस्त अधर्मियों का नाश कर देंगे और बहुत सालो बाद विक्ष पर धर्म की स्थापना होंगी / युग के अंत में ऐसे आएगा प्रलय- कलयुग के चरण में अंतिम समय में बहुत मोटी धारा से लगातार वर्षा होगी, जिससे चारों ओर पानी ही पानी भर जाएगा। समस्त पृथ्वी पर जल हो जाएगा और प्राणियों का अंत हो जाएगा। इसके बाद 1,70,000 वर्षों का संधिकाल के अंतिम चरण में एक साथ बारह सूर्य उदय होंगे और उनके तेज से पृथ्वी सूख जाएगी और पुनः सत्ययुग का प्रारंभ होगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार जब-जब धर्म की हानि होगी तब ईश्वर अवतार लेकर अधर्म का अंत करेगे। हिन्दू धर्म में इस संदेश के साथ अलग-अलग युगों में जगत को दुःख और भय से मुक्त करने वाले ईश्वर के कई अवतारों के पौराणिक प्रसंग होंगे दरअसल, इनमें सच्चाई और अच्छे कामों को अपनाने के भी कई सबक हैं। साथ ही इनके जरिए युग के बदलाव के साथ प्राणियों के कर्म, विचार व व्यवहार में अधर्म और पापकर्मों लगातार बढते जा रहा है / Blog कलियुग कितना बाकि है