हिंदुस्तान में आने वाले उसे मजहबी का संकेत था mantukumarbali2004, September 2, 2023 संघर्ष करना और गोगा जी को वीरगति प्राप्त होना राजा हर्षवर्धन के समय से हिंदुस्तान के पश्चिमी भू भाग में बलूचिस्तान के कोने में कल बादल मडराने लगा था यह एक हिंदुस्तान में आने वाले उसे मजहबी का संकेत था जिसकी इंसानियत की इंसानियत से कोई वास्ता नहीं होती थी लूटमा दर्जित वैश्य इत्यादि जैसे कुर्ता करने लगे मजहब का नकाब पहनकर हिंदुस्तान में जो हैवानियत का खेल खेल उसे हम युग युगांतर तक बुलाया नहीं जा सकता एक हाथ में इस्लाम का झंडा दूसरे हाथ में तलवार बेगुनाहों की खून की नदियां बहादुर उन्होंने और यह हड़कंप मचाते हुए हिंदुस्तान की तरफ बढ़ रहा था गजनी का सुल्तान महमूद गजनबी जो हर साल हिंदुस्तान आता था और लूटमार कर गए अजनबी भाग जाता था जब पहली बार गजनी हिंदुस्तान में लूटने की इरादे से आया तो उसका मुकाबला नंबर वन जाजवा राजपूत राजा जयपाल शाही के साथ हुआ धोखाधड़ी से उसने जयपाल को हरा दिया जयपाल शाही ने अपनी सेवा के साथ अंतिम सांस तक डटकर मुकाबला किया डॉक्टर लड़ा और वह भी लास्ट में वीरगति को प्राप्त हो जाते हैं महमूद गजनवी सन 224 में गुजरात में सोमनाथ मंदिर को लूटकर रक्त की नदियां भी थी और मंदिर को भी तोड़फोड़ कर दिया था जब यह समाचार गोगा जी महाराज को मिला तो गोगाजी शरीर की क्रोध की ठिकाना ना रहा और उनका खोल खोलने लगा इन सरी बातों को सुनकर जब Blog